Video Transcription
मैं नौकरी की तलाश में शहर आया था। तबही मेरे दोस्त ने मुझे अपने घर रहने के लिए जिद्ध की।
उसने अपनी मा की देखभाल करने को कहा और खुद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चला गया।
जैसे ही वह बाहर विदेश गया, उसकी मा का मेरे प्रती व्यवहार बदलने लगा। वह अक्सर मुझे अपने कमरे में बुलाती थी।
एक बार तो उसने जूठा बहाना बना कर कहा कि उसे बहुत ज्यादा डर लग रहा है और मुझे अपने कमरे में बुलाया।
उस रात जब मैं उसके पास सो रहा था, अचानक वह मेरे शरीर पर हाथ फेरने लगी और तब आंटी ने कहा, "मोहन, मुझे पता नहीं था कि तुम्हारी उम्र के लड़के इतने बड़े होते हैं।"